Crypto इंडिया Tread करणे से आपको ये फायदे :-
- Delta Exchange India हूवा लाँच आप crypto इंडिया मे आपके फंड ॲड करें ओर करें ट्रेड उसका हमें ये फायदा हैं की हम जब चाहे तब उसमे ट्रेड कर सकते हैं क्युकी crypto मार्केट 24घंटे ओपन राहता हैं
- Crypto market कभी साईडवेस नहीं रहिता हैं| इस मार्केट मे ज्यादा फेक ब्रेकआऊट नहीं होते है इंडीयन मार्केट के तुलनामे| सबसे बडा फायदा ये हैं की इस मार्केट मे प्रीमियम चार्ट नाहीं होता सिर्फ स्पॉट चार्ट होता उसकी वजसे इसमे theta, gamma, delta नहि होता है
Crypto India सेफ हैं क्या ?
Yes, Crypto India सेफ हैं क्युकि ये इंडिया मे Goverment रजिस्टर हो चुका हैं इस्लीये ए पुरे तरीके से सेफ हैं इसलिये हम उसमे ट्रेड कर सकते हैं इसमे हमारे फंड पुरे तरीके से सेफ हैं
Crypto Market मे ट्रेड करणे के फायदे :-
- crypto मार्केट 24घंटे ओपन राहता हैं, Ye मार्केट मे volatility 24 घंटे रहती हैं उसकी वजसे हमें उसमे ज्यादा से ज्यादा ट्रेड मिलते हैं उसकी वजसे हम रोज 5 से 6 हजार कमा सकते हैं|
- Crypto मे ट्रेड करणे का मोस्ट important फायदा ये हैं की इसमे हमें lavrage मिलेंगा 10x 25x 50x 75x 100x
आपके मन मे सवाल पैदा होगा की lavrage क्या होता है lavrage ये होता हैं की जब हम हम ट्रेड लेते हैं 1000 rs का जब हम 10x lavrage लेते हैं तो हमे ब्रोकर 1000के 10 गुना ज्यादा पैसा देता है ट्रेड करणे के लीये उसकी वजा से हम अच्छा खासा रोज पैसा कमा सकते वैसे आपको इंडियन मार्केट मे lavrage नाहीं मिलता उसकी वजासे वहा हम ज्यादा पैसा नही कमा पते हैं - Crypto मार्केट मे इतनी volatility होती हैं की ओ एक दिन मे 20% percent भागता हैं वहा हम ट्रेड करके बहोत सारा पैसा कमा सकते हैं
Crypto coin मे tread कैसे ले :-
- ब्रोकर चुनें, खाता खोलें, /
UAE BROKER https://DeltaIndia
↓
- ॲड फंड
↓
- चार्ट का विश्लेषण करें, ट्रेड में प्रवेश करें, पैसा कमाएँ
Fund add ओर wiadraw कैसे करें :-
ADD FUND:-
1) ॲड फंड मे जाओ
2) Bank account verify करे
3) IMPS open करे ओर बँक के जरिये पैसा pay करे
wiadraw :-
1) Wiadraw ऑप्शन Open करे उसमे आपको जितने अपने कमये हैं उसमेसे जिताना wiadraw करणे हे उतने वहा ॲड करो ओर wiadraw करो
2)उसके बाद वेरिफिकेशन कोड अयेगा ओ डाले ओर अपने कामाये पैसे wiadraw करे
Top 5 crypto coin जिसमे हमे INVEST करना चाहिए :-
बिटकॉइन
बिटकॉइन पहली डिजिटल करेंसी है, जिसका निर्माण वर्ष 2009 में हुआ था। सभी क्रिप्टोकरेंसियों में बिटकॉइन सबसे अधिक अस्थिर और एक लोकप्रिय इंस्ट्रूमेंट है।
बिटकॉइन कॅश
बिटकॉइन कॅश, बिटकॉइन का एक फ़ॉर्क है, और यह बिटकॉइन का एक वैकल्पिक कॉइन है, जिसे 2017 में जारी किया गया था। टोक्यो और लंदन ट्रेड सत्रों के दौरान इंट्राडे ट्रेडर्स आमतौर पर बिटकॉइन कॅश पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जब वह सबसे ज्यादा अस्थिर होती है।
एथेरियम
एथेरियम एक ऐसी प्रणाली है, जो स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट तकनीक पर आधारित है, और इसके ज़रिये नयी स्टार्ट-अप कंपनियों के ICO में निवेश किया जाता है। एथेरियम में जितनी अधिक स्टार्ट-अप कंपनियाँ दिलचस्पी दिखाएँगी, यह करेंसी उतनी ही अधिक महंगी होती जायेगी। तकनीकी विश्लेषण के आँकड़े एथेरियम के साथ बेहतर तरीके से कार्य करते हैं।
लाइटकॉइन
लाइटकॉइन को सबसे पहले वर्ष 2011 में जारी किया गया था और यह बिटकॉइन के जैसी ही करेंसी है। लाइटकॉइन की कीमत मुख्य रूप से बिटकॉइन पर निर्भर करती है। इस वजह से एक मुख्य करेंसी के रूप में बिटकॉइन के साथ इसकी जोड़ी बनाई जाती है, ताकि लाइटकॉइन के बदलावों का सफल तरीके से पूर्वानुमान लगाया जा सके।
रिपल
रिपल को अक्सर XRP से संदर्भित किया जाता है, जिसे वर्ष 2012 में जारी किया गया था और तब से ही यह सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसियों में से एक बन चुकी है। यह एक संतोषजनक अस्थिरता को दर्शाती है, जिससे अनेकों डे ट्रेडर्स आकर्षित हो जाते हैं।
Crypto मार्केट कैसे इतना फेमस हुवा :-
पिछले कुछ समय में दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी का चलन तेजी से बढ़ा है। कोरोना काल के दौरान कुछ लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में मुनाफा कमाया, तो कुछ को नुकसान उठाना पड़ा। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में सवाल उठता है कि क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी ट्रेंडिग, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट काम कैसे करता है और इसमें ट्रेंडिग करने से किसे फायदा होता है और इसके साथ क्या जोखिम जुड़े हुए हैं।